जानें साइनस के कौन से लक्षण होते हैं गंभीर, इन घरेलू नुस्खों से भी कर सकते हैं इलाज

कई लोगों को अक्सर सर्दी-जुकाम की शिकायत बनी रहती है फिर चाहे मौसम कोई भी हो। जब आपको सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं जल्दी-जल्दी होती हैं, तो इसका कारण साइनोसाइटिस रोग हो सकता है, जिसे आम भाषा में लोग साइनस की समस्या कहते हैं। दरअसल हमारी खोपड़ी में कई छेद (कैविटीज) होते हैं, जिनकी मदद से हम सांस लेते हैं और हमारा सिर हल्का बना रहता है। इन्हीं छेदों को साइनस कहते हैं। जब साइनस में बलगम भर जाता है, तो सांस लेने में परेशानी होती है। साइनस एक आम समस्या है, जो नरअंदाज करने पर खतरनाक हो सकती है।


क्या हैं साइनस के लक्षण


साइनस की वजह से माथे पर, गालों व ऊपर के जबड़े में दर्द होने लगता है। सिरदर्द आगे झुकने व लेटने से और बढ़ जाता है। कई बार तो नाक बंद होना, थकान, सर्दी के साथ बुखार, चेहरे पर सूजन व नाक से पीला या हरे रंग द्रव्य बहना आदि लक्षण होते हैं। इसे साइनोसाइटिस कहा जाता है। साइनस एक स्वास्थ्य समस्या है जिसे पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है। हालांकि कुछ एहतियात व घरेलू नुस्खों की मदद से इसके लक्षणों से राहत पायी जा सकती है।


साइनस की समस्या होने पर इन्हें कुछ आसान घरेलू नुस्खों से ठीक किया जा सकता है।


सेब का सिरका


साइनस का पहला संकेत महसूस होते ही लगभग 180 मिलीलीटर पानी में 1-2 चम्मच अनफ़िल्टर्ड सेब साइडर सिरका और 1 चम्मच शहद मिलाकर दिन में 3 बार 5 दिनों तक लें। सेब साइडर सिरका बलगम को तोड़ता है, जिससे वह आसानी से बाहर आ जाता है।


 

लहसुन-प्याज और साइनस


एक छोटी प्याज और लहसुन को एक साथ कूट कर पानी में उबाल कर भाप लेने से साइनस के सिरदर्द में लाभ होता है। साथ ही गर्म कपड़ा या फिर गर्म पानी की बोतल गालों के ऊपर रखकर सिकाई करने से भी फायदा होता है। यह प्रक्रिया लगभग एक मिनट के लिए दिन में तीन बार करनी चाहिए।  आप अपने नियमित भोजन में प्याज और लहसुन को शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा साइनस के सिरदर्द को कम करने के लिए प्रत्येक नथुने पर प्याज के रस की दो-दो बूंदें भी रख सकते हैं।


ऑलिव ऑयल


अपनी नाक और आंखों के चारों ओर जैतून का तेल की हल्के से मसाज करें। यह आपकी नाक की रुकावट को साफ करने मे मदद करता है और सायनस के दर्द को भी कम करता है।